प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुसलमान युवाओं को लेकर दिए गए बयान – जिसमें उन्होंने कहा कि अगर वक्फ संपत्तियों का ईमानदारी से उपयोग होता तो मुस्लिम युवाओं को रोज़गार के लिए साइकिल के पंचर नहीं बनाने पड़ते – पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
हरियाणा के हिसार में एक हवाई अड्डे के उद्घाटन समारोह के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “वक्फ की लाखों हेक्टेयर ज़मीनें हैं, लेकिन उनका दुरुपयोग हुआ। अगर इन संपत्तियों का सही उपयोग होता, तो मुस्लिम युवाओं को पंचर बनाने जैसे कामों से गुज़र नहीं करना पड़ता। कुछ भूमाफिया ही इन ज़मीनों का फायदा उठा रहे थे, जो दलितों, पिछड़ों और विधवाओं की ज़मीनें भी हड़प रहे थे। वक्फ कानून में संशोधन से अब इन मुद्दों को हल किया जाएगा।”
इस पर AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जवाब दिया, “अगर संघ (RSS) ने अपनी विचारधारा और संसाधनों का उपयोग देशहित में किया होता, तो पीएम मोदी को बचपन में चाय नहीं बेचनी पड़ती।” ओवैसी ने यह भी सवाल उठाया कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री ने ग़रीबों – चाहे हिंदू हों या मुसलमान – के लिए क्या किया। उन्होंने लिखा, “वक्फ संपत्तियों की समस्या का मुख्य कारण यह है कि वक्फ कानून पहले से ही कमज़ोर थे। मोदी सरकार के संशोधन इन्हें और कमज़ोर करेंगे।”
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “‘मुस्लिम पंचर बनाते हैं’ जैसी भाषा ट्रोल्स इस्तेमाल करते हैं, न कि प्रधानमंत्री। आपने देश के युवाओं को इसी स्थिति में पहुंचा दिया है – न नौकरी है, न कोई अवसर। मुस्लिम सिर्फ पंचर नहीं बनाते, मैं बता सकता हूं कि मुसलमानों ने क्या-क्या बनाया है। आप कहते हैं कांग्रेस मुसलमानों से सहानुभूति रखती है, तो क्या आप उनसे नफ़रत करते हैं? अगर नहीं, तो मुख्तार अब्बास नक़वी, शाहनवाज़ हुसैन, एमजे अकबर और ज़फ़र इस्लाम जैसे नेताओं को पार्टी से क्यों दरकिनार कर दिया गया?”
उन्होंने यह भी कहा, “आप कहते हैं कि वक्फ विधेयक से मुसलमानों की मदद करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास लोकसभा में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है जो यह बिल पेश करे। मुस्लिम महिलाओं की बात करते हैं, लेकिन न लोकसभा में, न राज्यसभा में और न किसी राज्य विधानसभा में कोई मुस्लिम महिला आपकी पार्टी से मौजूद है।”
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और पूछा कि संसद में बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती पर उन्होंने श्रद्धांजलि क्यों नहीं दी। साथ ही उन्होंने सवाल किया, “अगर आप कांग्रेस से पूछते हैं कि वह किसी मुस्लिम को पार्टी अध्यक्ष क्यों नहीं बनाती, तो बताइए कि बीजेपी में आज तक कोई दलित मुख्यमंत्री क्यों नहीं बना?”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि इसी वजह से मुसलमान भी पिछड़े रह गए। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने केवल कुछ कट्टरपंथियों को खुश किया, बाकी समाज को शिक्षा और समृद्धि से वंचित रखा। वक्फ कानून इसका सबसे बड़ा सबूत है।”
उल्लेखनीय है कि वक्फ संशोधन विधेयक हाल ही में संसद से पास होकर कानून बन चुका है। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने इस पर आपत्ति जताई थी, उनका आरोप है कि सरकार अल्पसंख्यकों को निशाना बना रही है और वक्फ संपत्तियों पर नज़र गड़ाए बैठी है। वहीं, बीजेपी का कहना है कि नया कानून वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन के लिए ज़रूरी था।