चीनी कार प्रेमियों को झटका, Ford ने Mustang, Bronco समेत कई मॉडल्स का निर्यात किया बंद

अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के चलते, Ford ने चीन को किए जाने वाले अपने वाहन निर्यात को “समायोजित” कर दिया है। अमेरिकी ऑटो दिग्गज ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा टैरिफ के मद्देनज़र यह फैसला लिया गया है। कंपनी ने भले ही प्रभावित मॉडलों का नाम स्पष्ट रूप से नहीं बताया, लेकिन Wall Street Journal की एक रिपोर्ट के अनुसार, Michigan में बने F-150 Raptor, Mustang और Bronco SUV के शिपमेंट्स को रोक दिया गया है। साथ ही, Kentucky में बना Lincoln Navigator भी इस फैसले से प्रभावित हुआ है।

पिछले एक दशक में, Ford ने अमेरिका से चीन को लगभग 2.4 लाख वाहन निर्यात किए, लेकिन 2024 में यह आंकड़ा गिरकर सिर्फ 5,500 रह गया। यह कदम अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते टैरिफ और व्यापार तनाव का एक और प्रभाव माना जा रहा है।

जहां अमेरिका ने चीन के कई सामानों पर लगे टैरिफ में ढील दी है, वहीं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आने वाले उत्पादों पर 145 प्रतिशत शुल्क लगाए रखा। जवाब में, चीन ने भी अमेरिकी कारों पर शुल्क बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया है।

2024 में Ford ने चीन में 4.42 लाख वाहन बेचे, जिनमें अमेरिका और अन्य देशों में बने वाहन शामिल हैं। यह आंकड़ा चीन के कुल ऑटोमोबाइल बाजार का सिर्फ 1.6 प्रतिशत है। Ford चीन में स्थानीय कंपनियों के साथ संयुक्त उपक्रमों के माध्यम से Ford और Lincoln ब्रांड के वाहनों का उत्पादन करता है।

इनमें से कुछ गाड़ियों को चीन से अन्य देशों में निर्यात भी किया जाता है। Lincoln Nautilus नामक एक मॉडल अब भारी अमेरिकी टैरिफ के दायरे में आ गया है।

Ford के उपाध्यक्ष John Lawler के अनुसार, 2024 में कंपनी के चीनी उपक्रमों से लगभग 900 मिलियन डॉलर का ऑपरेटिंग प्रॉफिट हुआ है। हालांकि निर्यात में कटौती से इन लाभों पर असर पड़ सकता है, लेकिन कंपनी फिलहाल अपने घरेलू और वैश्विक व्यापार संतुलन को ध्यान में रखते हुए रणनीति बना रही है।

Leave a Comment